लिमिट फिट्स tolerance को समझने से पहले कुछ terminology हैं जिन्हें समझना बहुत जरूरी है।
1. माप (Size)- यह लम्बाई के माप में विशेष यूनिट से व्यक्त किया जाने वाला अंक है।
2. आधार माप (Basic Size)- जिस माप को आधार मानते हुए, सभी प्रकार की सीमाएं (Limits) निश्चित की जाती हैं, उसे आधार माप या basic size कहते हैं।
3. वास्तविक माप (Actual Size)-निर्माण के पश्चात् तैयार जॉब को मापे जाने पर जो माप प्राप्त होती है, उसे वास्तविक माप (actual size) कहते हैं।
4. शाफ्ट (Shaft)-लिमिट तथा फिट की BIS प्रणाली में अवयव (Components) के सभी बाहरी लक्षण बेलनाकार, आयताकार और वर्गाकार किसी भी सेक्शन में हो, को शाफ्ट पदनामित (Designate) किया जाता है।
5. होल (Hole)-लिमिट तथा फिट के BIS प्रणाली में अवयव (Components) के सभी आन्तरिक लक्षण जैसे बेलनाकार या वर्त्ताकार, वर्गाकार और आयताकार को होल पदनामित (Designate) किया जाता है।
6. होल बेसिस सिस्टम (Hole Basis System)- लिमिट तथा फिट की मानक पद्धति में होल का साइज fixed रखाजाता है तथा शाफ्ट का साइज विभिन्न प्रकार की फिट को प्राप्त करने के लिए परिवर्तित किया जाता है
इसलिए इसे होल बेसिस सिस्टम कहते हैं।
7. शाफ्ट बेसिस सिस्टम (Shaft Basis System)-इस पद्धति में जब शाफ्ट का माप स्थिर रखा जाता है तथा विभिन्न प्रकार की फिट को प्राप्त करने के लिए होल में परिवर्तन किया जाता है। तब इसे शाफ्ट बेसिस सिस्टम कहते हैं।
टॉलरेन्स (Tolerance)-
Introduction of tolerance :-
यह माप की अधिकतम लिमिट तथा न्यूनतम लिमिट के मध्य का अन्तर है। इसका मान हमेशा positive ही होता है तथा यह बिना किसी चिन्ह के अंकों द्वारा व्यक्त किया जाता है।
Upper तथा lower लिमिट के मध्य का अन्तर टॉलरेन्स कहलाता है।
“The Difference between high Limit Size and Low Limit Size is called tolerance”जैसेUpper limit size = 50.02 mmLow limit size = 49.97 mm
tolerance = 50.02 – 49.97 = 0.05 mm
Types of tolerance
टोला दो प्रकार की होती है
1. Unilateral tolerance: Unilateral tolerance components के basic size के केवल एक ही तरफ दी जाती है। plus plus या minus minus
2. Bilateral tolerance : यह tolerance component के साइज के दोनों तरफ दी जाती है। plus या minus
Note टॉलरेन्स जोन के अन्दर होल के सभी डायमेंशन एक्सेप्टेबल साइज के होते हैं।
Limits
मशीनी पार्ट्स के basic size से कुछ कम या अधिक माप का बनाने की छूट को ही लिमिट कहते हैं।क्योंकि किसी भी मशीनी भाग को basic साइज का बनाना बहुत ही मुश्किल कार्य है। इसलिए इस समस्या से बचने के लिये पार्ट्स के basic साइज पर कुछ छूट दी जाती है। जो parts की dimension को कुछ plus या minus करने की अनुमति प्रदान करती है।ये छूट ज्यादा न हो इसके लिए सीमा या लिमिट निर्धारित की जाती है।
Types of limit
Limit दो प्रकार की होती है।
1. अधिकतम या उच्च लिमिट माप (Maximum Limits or Upper limit)- Basic से parts को जितना अधिक बनाने की छूट दी जाती है उसे अधिकतम या उच्च लिमिट माप कहते हैं
2. न्यूनतम या निम्न लिमिट माप (Minimum Limits or Lower lit )- Basic size से parts को जितना कम बनाने की छूट दी जाती है उसे न्यूनतम लिमिट माप या निम्न लिमिट माप कहते हैं।
क्लीयरेन्स (Clearance)-
फिट में जब होल का साइज, शाफ्ट के साइज से बड़ा हो तो, होल के साइज तथा शाफ्ट के साइज के मध्य का अंतर क्लीयरेन्स होता है।
Maximum clearance : Clearance fit या Transition Fit में होल का अधिकतम साइज तथा शाफ़्ट के न्यूनतम साइज के अंतर को Maximum clearance कहते हैं।
जैसे Maximum hole size = 50.00 mmMinimum hole size = 49.50 mmMaximum shaft size= 49.75 mmMinimum shaft size = 49.25 mm
Maximum hole size – Minimum shaft size
Maximum clearance = 50.00 – 49.25 = 00.75mm
Minimum clearance : Clearance Fit में Minimum hole size and Maximum shaft size के मध्य का अंतर Minimum clearance कहलाता है।
जैसे Maximum hole size = 50.00 mmMinimum hole size = 49.50 mmMaximum shaft size= 49.75 mmMinimum shaft size = 49.25 mm
Maximum shaft size – Minimum hole size
49.75 mm – 49.50 mm = 00.25mm
Minimum clearance = 00.25mm
Limit gauge के types ( types of limit gauge)
Limit gauge के types ( types of limit gauge)