Fits के प्रकार : types of fits in hindi

Defination of Fits

Fits होल और शाफ्ट के बीच assembly conditions हैं।

फिट assembly में दो componats के बीच का एक bond relationship है।

Fits से ये समझा जाता है कि दो कॉम्पोनेन्ट जो आपस जुड़े या assemble किये हैं वो कितने tight एंड loose हैं।

Fit के प्रकार : types of fits

फिट तीन प्रकार की होती हैं।

1. Clearance Fit
2. Transition Fit
3. Interference Fit

1. क्लीयरेन्स फिट (Clearance Fit)-

जब शाफ्ट होल के अन्दर free घूमे और उसमें किसी प्रकार की कोई रुखावत न आये टी इस प्रकार की फिट क्लीयरैन्स फिट कहते हैं।

यह वह फिट है जो सदैव क्लीयरेन्स की व्यवस्था करती है।

Clearance Fit in Fig- 1 & 2

Fig-1
Fig-2

 

यह Fit निम्न प्रकार की होती है:

(A) रनिंग फिट (Running Fit)- जब एक मशीनी पार्ट दूसरे पार्ट के अन्दर आसानी से घूमता है तो उसे रनिंग फिट कहते हैं।
उदाहरण जैसे बियरिंग और शाफ्ट।

(B) स्लाइड फिट (Slide Fit)-इनमें रनिंग फिट की अपेक्षा clearance कम रखा जाता है।

इसमें एक पार्ट दूसरे पार्ट के अन्दर आगे-पीछे स्लाइड (Slide) या रेसिप्रोकेटिंग मोशन करता है।

जैसे इंजिन पिस्टन सिलिंडर, शेपर मशीन और प्लेनर मशीन आदि।

2. ट्रांजिशन फिट (Transition Fit)-

क्लीयरेन्स फिट और Interference फिट के बीच में जो fit आती है, उसे ट्रांजिशन फिट कहते हैं।

यह वह फिट है जो कभी क्लीयरेन्स तो कभी Interference का निर्माण करती है,

Clearance Fit in Fig

बात करें इसके प्रकार तो इसमें पुश फिट (Push Fit) आती है।

पुश फिट (Push Fit) – इस प्रकार की fit में दोनों पार्ट्स को हल्के दबाव से फिट किया या खोला जा जाता है।

3. इंटरफेरेन्स फिट (Interference Fit)-

इस प्रकार की fit में शाफ्ट का साइज बड़ा और hole का साइज छोटा होता है,

जिसके कारण शाफ्ट को होल में फिट करने में रुकावटें उत्पन्न होती है

और फिट करने के लिए अधिक दबाव या बल की आवश्यकता पड़ती है, इसलिए इसे Interference फिट कहते हैं।

Clearance Fit in Fig- 1 & 2

Fig- 1
Fig- 2

यह भी निम्न प्रकार की होती हैं :

(A) ड्राइव फिट (Drive Fit) इस प्रकार की फिट में शाफ्ट को hole में हैमर की चोट लगाकर फिट किया जाता है, इसलिए इसे ड्राइव फिट कहते हैं।

(B) फोर्स फिट (Force Fit)- इसमें शाफ्ट और होल के साइज में अधिक अन्तर होता है।

इसमें शाफ्ट बड़े साइज की और छोटे साइज का होता है। कभी कभी इसको फिट करने के लिए हाईड्रोलिक प्रैशर का प्रयोग भी किया जाता है।

(C) शिंकेज फिट (Shinkage Fit)- Shinkage यानी सिकुड़ना, इस फिट में होल का साइज कम और शाफ्ट का साइज अधिक होता है।

दोनों parts को फिट करने के लिए parts जिसमे होल होता है उसे लाल गर्म किया जाता है

जिसके कारण गर्म पार्ट का साइज बढ़ जाता है और गर्म पार्ट में ही शाफ्ट फिट की जाती है।

जब फिट पार्ट ठंडे होते हैं तो होल वाला पार्ट सिकुड़ कर शाफ्ट को जाम कर लेता है, इसलिए इसे शिंकेज फिट कहते हैं।

क्योंकि जब आयरन को गर्म किया जाता है तो उसका साइज बढ़ जाता और जब आयरन ठंडा होता है तो उसका साइज घटता है।

पुराने समय मे लकड़ी के बने बैलगाड़ी के पहिए पर लौहे की रिंग को गर्म करके चढ़ाया जाता था।

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