Stainless_Steel_Plate

ऐलॉय-इस्पात (Alloy steel):-

कार्बन इस्पात में कुछ मिश्र-कारक पदार्थ (alloying elements) मिलाने से ऐलॉय इस्पात प्राप्त होते हैं ।

विभित्र मात्रा में एक या अधिक मित्र-कारक पदार्थ मिलाने से ऐलॉय इस्पात के वांछित गुण प्राप्त किये जा सकते हैं।

इस्पात में कार्बन के अतिरिक्त अन्य तत्व कुछ मात्रा में मिला दिये जायें तो इस्पात के यान्त्रिक गुणों में परिवर्तन हो जाता है। ऐसे इस्पात को एलॉय इस्पात कहते हैं।

Alloying Elements :

मिश्रित इस्पात (Alloysteel) के गुण व उपयोग उसमें मिश्रित अवयवो (alloying elements) की प्रतिशत मात्रा पर निर्भर करते हैं।

जिन तत्वों को मिलाया जाता है, उन्हें एलायिंग तत्व (Alloying elements) कहते हैं,

जो निम्नलिखित हैं- कार्बन, निकित (nickel), क्रोमियम (chromium), कोबाल्ट (cobalt), मैंगनीज (manganese),

सिलिकॉन (silicon), मॉलिब्डिनम (molybdinum), बेनेडियम (vanadium) आदि अलौह-धातुयें उचित अनुपात में मिलाई जाती है।

मिश्रित अवयवों के अनुसार ही ये जाने जाते हैं, जैसे-निकिल-इस्पात, क्रोमियम इस्पात आदि।

इस्पात में मिलाएं जानें वाले alloying elements से क्या क्या प्रभाव पड़ते है निम्न प्रकार है।

(1) निकिल Ni, (Nickle)- ये इस्पात में सामर्थ्य (strength) तथा चीमड़पन (Toughness) लाता है।

(2) क्रोमियम Cr, (Chromium)- ये इस्पात में घिसाव-प्रतिरोधी (Wear resistant) व संक्षारणरोधी (anti-corrosive) गुण उत्पन्न करता है।

(3) कोबाल्ट Co, (Cobalt)- ये काटने की क्षमता और चुम्बकत्व बढ़ाता है।

(4) टंगस्टन W, (Tungston)- ये इस्पात की कठोरता बढ़ाता है। उच्च तापमान पर औजारों को काटने की क्षमता बढ़ाता है, अर्थात् कर्तन-कोर (Cutting Edge) को तीक्ष्ण (Sharp) बनाये रखता है।

(5) मैंगनीज Mn, (Manganese)- ये कठोरता (hardness), चीमड़पन (toughness) और आघातों (impact) को सहने की क्षमता तथा घिसाव-प्रतिरोध (Wear resistance) बनाता है।

(6) सिलिकॉन Si, (Silicon)- ये इस्पात में घिसाव-प्रतिरोध तथा चीमड़पन पैदा करता है।

(7) मालिब्डिनम Mo, (Molybdinum)- ये इस्पात को संक्षारण-रोधी तथा घिसाव-प्रतिरोधी बनाता है।

(8) वेनेडियम, V (Vanadium)- ये इस्पात में पुष्टता, कठोरता व लचकता पैदा करता है।

इस्पात में मित्र-कारक पदार्थों के मिलाने से निम्नलिखित गुणों का विकास होता है-

1. कठोरता, कड़ापन (toughness), तन्य-सामर्थ्य (tensile-strength)।

2. उच्च तापमान पर भौतिक गुणों (physical properties) को बनाये रखना।

3. ऊष्मा उपचार के के गुणों में सुधार।

4. इस्पात को जंगरोधी व संक्षारणरोधी (anti-corrosive) बनाया जाता है।

Alloy steel के उपयोग : Uses of alloy steel

Alloy steel का उपयोग घरेलू (domestinc) बर्तनो, घरो की छत व झीने की रेलिंग, cutting tool, measuring instruments और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज इत्यादि में किया जाता है।

 

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