Limit gauge के types ( Types of limit gauge)

Types of limit gauge

limit gauge को उसकी जरुरत के अनुसार विभिन्न भागो में बाँटा गया है जो कि निम्न हैं-

Plug Gauge
Snap Gauge
Ring Gauge
Feeler Gauge
Radius Gauge or Fillet Gauge
Caliper Gauge

प्लग गेज (PLUG GAUGE) :

इस गेज का प्रयोग विभिन्न आकृति (Shap) के hole को चैक करने के लिए किया जाता है।

इसका एक सिरा GO और दूसरा सिरा NOGO होता है। जिस प्रोडक्ट का hole चेक करना होता है उस होल में GO सिरा आसानी से आ जाने का मतलब है कि हमारा प्रोडक्ट Ok है और NOGO सिर भी आसानी से आ जाता है तो हमारा प्रोडक्ट NOT OK है।

मतलब :

GO end Go in hole = Product Ok and acceptable.

NOGO end GO in hole = Product Not Ok and Not acceptable.

इस प्रकार के गेज अलग-अलग आकृतियों में होते हैं जैसे- प्लेन सिलेण्ड्रिकल (Plain Cylindrical), टेपर (Taper),

वर्गाकार (Square), आयताकार (Rectangular), षट्भुजाकार (Pentagon) आदि।

चित्र में थ्रेड प्लग गेज को दिखाया गया है।

थ्रेड प्लग गेज का उपयोग।

प्लेन प्लग गेज

प्लेन प्लग का उपयोग

रिंग गेज (RING GAUGE) :

यह रिंग के आकार का होता है इसलिए इसे रिंग गेज कहते हैं। रिंग गेज का प्रयोग जॉब के बाहरी साइज को मापने के लिए करते हैं।

इसके द्वारा गोलाकार या बेलनाकार जॉब का बाहरी आकार नापा जाता है।

रिंग गेज

ये तीन प्रकार के होते हैं –

1. प्लेन सिलेण्ड्रीकल रिंग गेज (Plain Cylindrical Ring Gauge)

2. टेपर रिंग गेज (Taper Ring Gauge)

3. थेड रिंग गेज (Thread Ring Gauge)

1. प्लेन सिलेण्ड्रीकल रिंग गेज (plain Cylindrical Ring Gauge) :

इस गेज से प्लेन सिलेण्ड्रीकल सतह वाली जॉब का बाहरी साइज मापा जाता है।

थ्री प्वॉइन्ट इनसाइड माइक्रोमीटर की त्रुटि (Error) भी रिंग गेज से चैक की जाती है।

No Go’ की बाहरी सतह पर ग्रूव भी बना होता है, ताकि इसे पहचाना जा सके।

2. टेपर रिंग गेज (taper ring gauge) :

इस गेज द्वारा टेपर सिलेण्ड्रीकल जॉब की जांच की जाती है। टेपर रिंग गेज के एक सिरे पर कट होता है,

जिससे जॉब लिमिट में चैक होती है। यदि जॉब इसके ऊपरी सिरे से बाहर चली जाए तो इसका साइज कम होगा, जबकि जॉब के कट के नीचे रहने से साइज बड़ा होगा।

3. थ्रेड रिंग गेज (taper ring gauge)

इस गेज द्वारा बाहरी चूड़ियों को शुद्धता से चैक किया जाता है जैसे-बोल्ट इत्यादि। यह जोड़े में उपलब्ध होती है।

एक ‘Go’. दूसरी ‘No Go’ होती है। ‘Go’ की चूड़ियां पूर्ण साइज की होती हैं और ‘No Go’ में क्रेस्ट (Crest) कटी हुई होती है। ये’Go’ व ‘NoGo’ इकट्ठे सिरे वाले भी होते हैं यानी इसमे GO और NO GO सिरे एक ही तरफ भी हो सकते हैं।

स्नेप गेज (Snap gauge) :

स्नैप गेज एक यू-आकार का फ्रेम होता है जिसमें जबड़े होते हैं, जो शाफ्ट और male parts की सटीकता की जांच के लिए उपयोग किए जाते हैं।

स्नैप गेज जांचता है कि शाफ्ट व्यास निश्चित टॉलरेंस के भीतर है या नहीं।

‘गो’ स्नैप गेज शाफ्ट की उच्च (अधिकतम) सीमा का आकार है जबकि ‘नॉ-गो’ स्नैप गेज शाफ्ट की निम्न (न्यूनतम) सीमा का आकार है।

स्नैप गेज विभिन्न डिजाइनों में उपलब्ध हैं।  स्नैप गेज सिंगल एंडेड या डबल एंडेड हो सकता है।

स्नैप गेज में स्थिर या समायोज्य (adjustable) जबड़े हो सकते हैं।

आम तौर पर गो और नॉ-गो दोनों option एक ही जॉ या जबड़े में दिए होते हैं। जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।

स्नैप गेज वजन में हल्के होते हैं, संचालित करने में आसान होते हैं, पर्याप्त रूप से कठोर होते हैं,

और कई भागों की अदला-बदली की अनुमति देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

बड़े आकार की बात करें तो ये ट्यूबलर फ्रेम के साथ 150-600 mm की range में उपलब्ध हैं।

स्नेप गेज का उपयोग

फीलर गेज (FEELER GAUGE) :

फीलर गेज को थिकनेस गेज (Thickness Gauge) भी कहते है। इससे दो पार्ट्स के मध्य के गैप को मापा जाता है।

यह भिन्न-भिन्न मोटाइयों वाली hard व temper पत्तियों (Strips) की बनी गेजों का एक सैट होता है जो एक होल्डर में स्क्रू द्वारा कसा होता है।

यह 12 मिमी चौड़ी तथा 75 मिमी से 300 मिमी तक लम्बाई में होती है। इसमें प्रत्येक पत्ती अलग-अलग मोटाई में होती है।

प्रत्येक पत्ती पर उसकी मोटाई mm में लिखी होती है  पत्तियों की संख्या के अनुसार फीलर गेज के 4 सैट होते हैं।

फिलर गेज

उपयोग (Uses)-

फिलर गेज का उपयोग निम्नलिखित स्थानों पर किया जाता है-

1. दो आपस में मिलने वाले पार्ट्स के मध्य के अन्तराल (Gap) की जांच के लिए। जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।

2. इंजन के टेपेट क्लियरेन्स की जांच में।

3. स्पार्किंग प्लग अन्तराल की जांच में।

4. Bearing क्लियरेन्स व अन्य प्रकार की क्लियरेन्स की जांच के लिए।

फिलर गेज

रेडियस या फिलेट गेज (RADIUS OR FILLET GAUGE) :

रेडियस गेज का प्रयोग जॉब की आन्तरिक तथा बाह्य त्रिज्याओं की जांच हेतु किया जाता है।

गेज में लगी हुई ब्लेड्स उच्च किस्म के इस्पात से बनी हुई होती हैं,

जिन्हें एक होल्डर में फिट करते हुए एक सैट के रूप में उपलब्ध कराया जाता है। गेज की प्रत्येक पत्ती पर त्रिज्या की माप अंकित की हुई होती है।

रेडियस गेज

कैलिपर गेज (Caliper Gauge) :

कैलिपर गेज स्नैप गेज के समान है, लेकिन इसका उपयोग अंदर और बाहर दोनों dimensions की जांच के लिए किया जाता है।

यह एक छोर अंदर  की dimensions (छेद व्यास) की जाँच करता है जबकि इसका दूसरा छोर बाहरी dimensions (शाफ्ट व्यास) की जाँच करता है।

Limit gauge क्या है? (What is limit gauge in hindi)

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