विकास जीवों में होने वाले परिवर्तनों की प्रक्रिया है, जिसमें वे अपनी विशेषताओं और लक्षणों में बदलाव लाते हैं। यह प्रक्रिया पीढ़ियों के माध्यम से होती है और जीवों को अपने पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करती है।

  •  विकासवाद के मुख्य बिंदु हैं:

1. सामान्य पूर्वज: सभी जीव एक सामान्य पूर्वज से विकसित हुए हैं।
2. प्राकृतिक चयन: जीवों की विशेषताएं जो उनके पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करती हैं, वे अधिक सफलतापूर्वक प्रजनन करती हैं।
3. आनुवंशिक विविधता: जीवों में आनुवंशिक विविधता होती है, जो विकास के लिए आधार प्रदान करती है।

विकासवाद का सिद्धांत चार्ल्स डार्विन द्वारा प्रस्तुत किया गया था और इसके मुख्य बिंदु हैं  विकासवाद का सिद्धांत जीवविज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है और यह जीवों की विविधता और उनके पर्यावरण में अनुकूलन को समझने में मदद करता है।

  •  विकासवाद के मुख्य बिंदु

1. सामान्य पूर्वज: सभी जीव एक सामान्य पूर्वज से विकसित हुए हैं।
2. प्राकृतिक चयन: जीवों की विशेषताएं जो उनके पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करती हैं, वे अधिक सफलतापूर्वक प्रजनन करती हैं।
3. आनुवंशिक विविधता: जीवों में आनुवंशिक विविधता होती है, जो विकास के लिए आधार प्रदान करती है।
4. अनुकूलन: जीव अपने पर्यावरण में अनुकूलन करने के लिए विशेषताएं विकसित करते हैं।

  •  विकासवाद के प्रमाण

1. जीवाश्म रिकॉर्ड: जीवाश्म रिकॉर्ड में जीवों के विकास के प्रमाण मिलते हैं।
2. आनुवंशिक समानता: विभिन्न प्रजातियों में आनुवंशिक समानता होती है।
3. भौगोलिक वितरण: जीवों का भौगोलिक वितरण उनके विकास के इतिहास को दर्शाता है।

  • विकास और विकासवाद में निम्नलिखित अंतर हैं:
     विकास 1. परिवर्तन की प्रक्रिया: विकास जीवों में होने वाले परिवर्तनों की प्रक्रिया है, जिसमें वे अपनी विशेषताओं और लक्षणों में बदलाव लाते हैं। 2. पीढ़ियों के माध्यम से: यह प्रक्रिया पीढ़ियों के माध्यम से होती है और जीवों को अपने पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करती है।
     विकासवाद 1. वैज्ञानिक सिद्धांत: विकासवाद एक वैज्ञानिक सिद्धांत है जो बताता है कि जीवों की विभिन्न प्रजातियाँ एक सामान्य पूर्वज से विकसित हुई हैं। 2. पीढ़ियों के माध्यम से: यह प्रक्रिया पीढ़ियों के माध्यम से होती है और जीवों को अपने पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करती है।
   मुख्य अंतर 1. व्यापकता: विकास एक व्यापक प्रक्रिया है, जबकि विकासवाद एक विशिष्ट सिद्धांत है। 2. उद्देश्य: विकास का उद्देश्य जीवों को अपने पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करना है, जबकि विकासवाद का उद्देश्य जीवों की विविधता और उनके विकास के इतिहास को समझना

विकास और विकासवाद के जनक के रूप में निम्नलिखित व्यक्तियों को माना जाता है:

  •  विकासवाद के जनक

1. चार्ल्स डार्विन: चार्ल्स डार्विन को विकासवाद के सिद्धांत के जनक के रूप में माना जाता है। उनकी पुस्तक “ऑन द ओरिजिन ऑफ स्पीशीज” (1859) में विकासवाद के सिद्धांत को प्रस्तुत किया गया था।

 अन्य महत्वपूर्ण योगदानकर्ता

1. ग्रेगोर जोहान मेंडल: ग्रेगोर जोहान मेंडल ने आनुवंशिकी के मूल सिद्धांतों की खोज की, जो विकासवाद के सिद्धांत के लिए महत्वपूर्ण हैं।
2. अल्फ्रेड रसेल वालेस: अल्फ्रेड रसेल वालेस ने भी विकासवाद के सिद्धांत पर काम किया और चार्ल्स डार्विन के साथ अपने शोध को प्रकाशित किया।

  • विकासवाद की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

 1. सामान्य पूर्वज
विकासवाद के अनुसार, सभी जीव एक सामान्य पूर्वज से विकसित हुए हैं।

 2. प्राकृतिक चयन
प्राकृतिक चयन एक प्रक्रिया है जिसमें जीवों की विशेषताएं जो उनके पर्यावरण में अनुकूलन करने में मदद करती हैं, वे अधिक सफलतापूर्वक प्रजनन करती हैं।

 3. आनुवंशिक विविधता
आनुवंशिक विविधता जीवों में होने वाली विविधता है, जो विकास के लिए आधार प्रदान करती है।

 4. अनुकूलन
जीव अपने पर्यावरण में अनुकूलन करने के लिए विशेषताएं विकसित करते हैं।<%2