श्रेया घोषाल एक प्रसिद्ध भारतीय पार्श्व गायिका हैं, जिन्हें उनकी अद्भुत आवाज़ और विभिन्न शैलियों में गाने की क्षमता के लिए जाना जाता है। उनका जन्म 12 मार्च 1984 को हुआ था और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टीवी शो “सा रे गा मा” से की थी। श्रेया ने बॉलीवुड और क्षेत्रीय फिल्मों में कई हिट गाने गाए हैं, और उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सात फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं।
श्रेया घोषाल,
- जन्म की तारीख और समय : जन्म 12 मार्च 1984
- पति : शिलादित्य मुखोपाध्याय
- पिता: बिष्णुजीत घोषाल
- माता: सपन घोषाल
- भाई: विक्रांत घोषाल
श्रेया घोषाल के कुछ प्रमुख
गाने:
बैरी पिया (देवदास)
डोला रे डोला (देवदास)
जादू है नशा है (जिस्म)
बरसो रे (गुरु)
तेरी ओर (सिंह इज किंग)
दीवानी मस्तानी (बाजीराव मस्तानी)
श्रेया घोषाल को उनकी अद्वितीय आवाज़ और गायन शैली के लिए “क्वीन ऑफ डायनेमिक्स” कहा जाता है। उन्होंने विभिन्न भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं, जिनमें हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, बंगाली, कन्नड़ और अन्य शामिल हैं। श्रेया घोषाल को उनके योगदान के लिए कई सम्मान मिले हैं, जिनमें ओहियो राज्य द्वारा “श्रेया घोषाल डे” घोषित किया जाना और ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स द्वारा सम्मानित किया जाना शामिल है
श्रेया घोषाल ने अपने करियर की शुरुआत टीवी शो “सा रे गा मा पा” जीतने के बाद की। उनकी बॉलीवुड पार्श्व गायन करियर की शुरुआत संजय लीला भंसाली की फिल्म “देवदास” से हुई, जिसमें उन्होंने “बैरी पिया” और “डोला रे डोला” जैसे प्रसिद्ध गाने गाए। इस फिल्म के लिए उन्हें अपना पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
श्रेया घोषाल के करियर की मुख्य ,
प्रारंभिक करियर: श्रेया ने अपने गायन करियर की शुरुआत टीवी शो “सा रे गा मा पा” से की।
बॉलीवुड में शुरुआत: उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म “देवदास” थी, जिसमें उन्होंने कई प्रसिद्ध गाने गाए।
पुरस्कार और सम्मान: श्रेया को उनके गायन के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं।
विविध भाषाओं में गायन: श्रेया ने हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कई अन्य भाषाओं में गाने गाए हैं
श्रेया घोषाल की शिक्षा:
स्कूल: श्रेया घोषाल ने अपनी स्कूली शिक्षा बहरामपुर गर्ल्स हाई स्कूल, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल से पूरी की।
कॉलेज: उन्होंने बेथुन कॉलेज, कोलकाता से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
श्रेया घोषाल ने अपनी शिक्षा के साथ-साथ अपने गायन करियर पर भी ध्यान केंद्रित किया और विभिन्न प्रतिभा कार्यक्रमों में भाग लिया। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें एक सफल पार्श्व गायिका बनने में मदद की।
श्रेया घोषाल का परिवार एक मध्यम वर्ग का परिवार है, जो पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखता है। उनके परिवार ने उनकी संगीत प्रतिभा को पहचानने और प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्रेया की माँ ने उन्हें संगीत की शिक्षा दिलाने में मदद की और उनकी प्रतिभा को विकसित करने में समर्थन किया।
श्रेया घोषाल का परिवार उनके करियर में एक महत्वपूर्ण समर्थन प्रणाली रहा है, और उन्होंने अपने परिवार के प्यार और समर्थन के लिए हमेशा आभार व्यक्त किया है।
श्रेया घोषाल को कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख पुरस्कार ,
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
1. देवदास (2002) – “बैरी पिया” और “डोला रे डोला” के लिए
2. और भी कई फिल्मों के लिए
फिल्मफेयर पुरस्कार
1. देवदास (2002) – “डोला रे डोला” के लिए
2. और भी कई फिल्मों के लिए
अन्य पुरस्कार
1. आईफा पुरस्कार
2. ज़ी सिने पुरस्कार
3. स्क्रीन पुरस्कार
4. बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन पुरस्कार
श्रेया घोषाल को उनके गायन के लिए कई अन्य सम्मान और पुरस्कार भी मिले हैं, जो उनकी प्रतिभा और योगदान को दर्शाते हैं।
आइये जाने,