*ग्रीष्म ऋतु का मौसम बदलने के पीछे कई कारण हैं। यहाँ कुछ मुख्य कारण हैं:
1. पृथ्वी की घूर्णन गति: पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जिससे दिन और रात होते हैं। इस घूर्णन गति के कारण, पृथ्वी के विभिन्न भागों में सूर्य की किरणें अलग-अलग कोणों पर पड़ती हैं, जिससे तापमान में बदलाव आता है।
2. पृथ्वी की परिक्रमा: पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है, जिससे ऋतुएँ बदलती हैं। जब पृथ्वी सूर्य के करीब होती है, तो अधिक गर्मी मिलती है और जब दूर होती है, तो कम गर्मी मिलती है।
3. वायुमंडलीय दबाव: वायुमंडलीय दबाव में बदलाव के कारण भी मौसम बदलता है। जब दबाव अधिक होता है, तो हवा गर्म होती है और जब दबाव कम होता है, तो हवा ठंडी होती है।
4. जलवायु परिवर्तन: जलवायु परिवर्तन के कारण भी मौसम बदल रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण, पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है, जिससे मौसम के पैटर्न में बदलाव आ रहा है।
5. मौसम के पैटर्न: मौसम के पैटर्न भी बदलते रहते हैं। जैसे कि मानसून, एल नीनो, और ला नीना जैसी घटनाएँ मौसम को प्रभावित करती हैं।
*पहाड़ों और मैदानी इलाकों में मौसम के बदलाव के कारण अलग-अलग होते हैं। यहाँ कुछ कारण हैं:
- पहाड़ों में मौसम का बदलाव
– ऊंचाई: पहाड़ों की ऊंचाई के कारण, वायुमंडलीय दबाव कम होता है, जिससे तापमान कम होता है।
– भौगोलिक स्थिति: पहाड़ों की भौगोलिक स्थिति के कारण, वे मौसम के पैटर्न को प्रभावित करते हैं। जैसे कि हिमालय पर्वत श्रृंखला मानसून को प्रभावित करती है।
– वनस्पति और जलवायु: पहाड़ों पर वनस्पति और जलवायु के कारण, वे मौसम को प्रभावित करते हैं। जैसे कि पहाड़ों पर जंगलों की उपस्थिति वर्षा को बढ़ावा देती है। - मैदानी इलाकों में मौसम का बदलाव
– निम्न ऊंचाई: मैदानी इलाकों की निम्न ऊंचाई के कारण, वायुमंडलीय दबाव अधिक होता है, जिससे तापमान अधिक होता है।
– भौगोलिक स्थिति: मैदानी इलाकों की भौगोलिक स्थिति के कारण, वे मौसम के पैटर्न को प्रभावित करते हैं। जैसे कि गंगा के मैदानी इलाके में वर्षा की कमी होती है।
– मानव गतिविधियाँ: मैदानी इलाकों में मानव गतिविधियों के कारण, वे मौसम को प्रभावित करते हैं। जैसे कि शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण, वायु प्रदूषण बढ़ता है, जिससे मौसम बदलता है।
* महासागरीय धाराएँ: महासागरीय धाराएँ भी मौसम को प्रभावित करती हैं। जैसे कि एल नीनो और ला नीना जैसी घटनाएँ मौसम को प्रभावित करती हैं। ज्वालामुखी विस्फोट: ज्वालामुखी विस्फोट भी मौसम को प्रभावित कर सकते हैं। जब ज्वालामुखी विस्फोट होता है, तो वायुमंडल में राख और गैसें छोड़ी जाती हैं, जिससे तापमान में बदलाव आता है। सौर गतिविधि: सौर गतिविधि भी मौसम को प्रभावित कर सकती है। जैसे कि सौर ज्वालाएँ और सौर विस्फोट मौसम को प्रभावित कर सकते हैं।
इन सभी प्राकृतिक कारणों के संयोजन से मौसम बदलता रहता है।
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